Sad Shayari 😢
दो हिस्सों मैं बंट गए है,
मेरे दिल के तमाम अरमान ||
कुछ तुझे पाने निकले,
तो कुछ मुझे समझाने निकले ||
दो शब्द तसल्ली के नहीं मिलते इस शहर में,
लोग दिल में भी दिमाग लिए फिरते हैं।
Sad Shayari 😢
दो हिस्सों मैं बंट गए है,
मेरे दिल के तमाम अरमान ||
कुछ तुझे पाने निकले,
तो कुछ मुझे समझाने निकले ||
दो शब्द तसल्ली के नहीं मिलते इस शहर में,
लोग दिल में भी दिमाग लिए फिरते हैं।
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